महान होकर वृत्तियों का नाश करें।
संक्षिप्त परिचय
जानिए हमारे विचार व संकल्प
वैदिक रक्षा संस्थान का उद्देश्य प्राचीन वैदिक सिद्धांतों को आधुनिक जीवन में पुनः स्थापित करना है। हमारा विचार है कि, वैदिक ज्ञान को आधुनिक समय में सुयोग्य संगम ही समाज को सशक्त और समृद्ध बना सकता है। वैदिक सिद्धांतों के माध्यम से, संस्थान लोगों को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास करता है। संस्थान समाज में नैतिकता, सदाचार और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
लक्ष्य
हमारा लक्ष्य भारत की सांस्कृतिक व उत्कृष्ट जीवन मूल्यों कों प्रचारित व पुनः स्थापित करने का प्रयास है जिससे सामाजिक जीवन का उत्थान संभव हो। हम किसी पंथ या जाति विशेष के पक्ष में कार्य नहीं करते। संस्थान का प्रमुख कार्य बिंदु शिक्षा के माध्यम से सांस्कृतिक चरित्र निर्माण करना है। हम संस्थान के अंतर्गत भारतीय प्राचीन शैक्षिक परंपराओं पर आधारित अद्धयन केंद्र स्थापित और प्रबंधित करना है। हम वाचनालयों, साप्ताहिक ज्ञान शिविरों व कार्यशालाओ द्वारा शिक्षा का प्रसार करने में कार्यरत है। हम प्रकृति आधारित जीवनशैली को प्रोत्साहित करते है। हम "वैदिक केयर" के माध्यम से सर्वांगीण स्वस्थ जीवन के उपायों के प्रचार प्रसार में संलग्न है।
संकल्प
हम प्रत्येक विचारशील मनुष्य से आव्हान करते है कि, भारतीय समाज आपनी समभाव व सादगी के भावों से अलंकृत जीवनशैली के लिए विख्यात रहा है। भारत की उत्कृष्ट संस्कृति व आचार विचार का पुनः उत्थान करने में अपना योगदान करें। वैदिक रक्षा संस्थान का लक्ष्य भारत को एक सशक्त समाज में स्थापित करना है।